Usha Vance Net Worth 2025: भारतीय मूल की उषा वेंस ने अमेरिका में इतिहास रच दिया है। वे अमेरिका की प्रथम हिंदू-अमेरिकी सेकंड लेडी बनी हैं। उषा, अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस (JD Vance) की पत्नी हैं, और उनका जीवन एक प्रेरणा बन चुका है — खासकर भारतवंशी समुदाय के लिए।
🧬 पारिवारिक और शैक्षणिक पृष्ठभूमि
उषा वेंस का जन्म 6 जनवरी 1986 को कैलिफोर्निया के सैन डिएगो काउंटी में हुआ था। उनके माता-पिता भारत के आंध्र प्रदेश राज्य से ताल्लुक रखते हैं और अमेरिका में बस गए थे। उषा का पालन-पोषण एक शिक्षित, मध्यमवर्गीय प्रवासी परिवार में हुआ।
- स्नातक: येल यूनिवर्सिटी से इतिहास में डिग्री (summa cum laude)
- पोस्ट-ग्रेजुएशन: कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी (Clare College) से Early Modern History में एम.फिल.
- कानून की पढ़ाई: येल लॉ स्कूल, जहाँ वे प्रतिष्ठित लॉ जर्नल की संपादक भी रहीं।
⚖️ कानूनी करियर में उत्कृष्टता
उषा वेंस ने अमेरिका की न्यायिक प्रणाली में उच्चतम स्तरों पर काम किया है। वे तीन प्रभावशाली न्यायाधीशों की क्लर्क रह चुकी हैं:
- जज अमुल थापर (U.S. District Court)
- जज ब्रेट कावनॉ (U.S. Court of Appeals)
- मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स (U.S. Supreme Court)
इसके अलावा, उन्होंने अमेरिका की प्रतिष्ठित लॉ फर्म Munger, Tolles & Olson में काम किया, जहाँ वे नागरिक मुकदमेबाजी और अपीलों में विशेषज्ञता रखती थीं।
💑 व्यक्तिगत जीवन
Usha Vance की मुलाकात जेडी वेंस से येल लॉ स्कूल में हुई थी और दोनों ने 2014 में शादी की। उनकी शादी एक अंतरधार्मिक समारोह में हुई थी, जिसमें हिंदू और ईसाई दोनों परंपराओं को निभाया गया।
वर्तमान में वे अपने पति और तीन बच्चों के साथ अमेरिका के उपराष्ट्रपति आवास नंबर वन ऑब्जर्वेटरी सर्कल में रहती हैं।
💰 Usha Vance Net Worth 2025
हालांकि उषा वेंस की व्यक्तिगत संपत्ति का पूरा ब्यौरा सार्वजनिक नहीं है, लेकिन विभिन्न मीडिया रिपोर्टों के अनुसार उनकी कुल संपत्ति लगभग 1 से 5 मिलियन डॉलर (लगभग 8 से 40 करोड़ रुपये) के बीच आंकी गई है।
इसमें उनकी वकालत की कमाई, पारिवारिक निवेश और पति जेडी वेंस की किताबों व राजनीतिक करियर से जुड़ी आय शामिल है।
🌍 भारतवंशियों के लिए गर्व का क्षण
उषा वेंस का अमेरिका की राजनीति और प्रशासन में यह मुकाम न केवल उनके लिए, बल्कि पूरी भारतीय डायस्पोरा के लिए गर्व का विषय है। वे पहली मिलेनियल, पहली हिंदू महिला और पहली भारतीय-अमेरिकी सेकंड लेडी हैं।
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📌 निष्कर्ष:
उषा वेंस का सफर यह दर्शाता है कि भारतीय मूल के लोग अब विश्व के किसी भी कोने में नेतृत्व की भूमिका में आकर नया इतिहास रच सकते हैं। उनका संयमित, विद्वतापूर्ण और प्रेरणादायक व्यक्तित्व आने वाली पीढ़ियों के लिए एक आदर्श बनेगा।