S-400 Defense System: रूस द्वारा विकसित किया गया S-400 ट्रायम्फ मिसाइल डिफेंस सिस्टम आज विश्व के सबसे उन्नत एयर डिफेंस सिस्टम्स में गिना जाता है जिसे भारत का सुदर्शन चक्र भी कहा जाता है । 2007 में इसे रूस ने अपनी सेना में शामिल किया और 2018 में भारत ने इसे खरीदने का ऐतिहासिक निर्णय लिया। यह प्रणाली हवा से आने वाले खतरों जैसे बैलिस्टिक मिसाइल, क्रूज मिसाइल, फाइटर जेट, ड्रोन, हेलीकॉप्टर, आदि को 400 किलोमीटर की दूरी से ही नष्ट कर सकती है।
S-400 कैसे करता है काम?
S-400 Defense System सिर्फ एक मिसाइल सिस्टम नहीं है, यह एक संपूर्ण एयर डिफेंस नेटवर्क है जिसमें शामिल हैं:
S-400 Defense System एक साथ 80 टारगेट को ट्रैक कर सकता है और 400 किमी की रेंज में आते ही फायर कंट्रोल रडार को अलर्ट करता है। फिर मिसाइल लांच की जाती है, और हर टारगेट पर दो मिसाइलें छोड़ी जाती हैं ताकि यदि एक चूके तो दूसरी सटीक हिट करे।
S-400 Defense System संरचना: रेजीमेंट, बैटरी और लांचर
S-400 Defense System की संरचना इस प्रकार होती है:
- 1 रेजीमेंट में होती हैं:
- 2 बैटरियां
- हर बैटरी में: 4 लांचर
- हर लांचर में: 4 मिसाइलें
यानि एक रेजीमेंट में कुल 8 लांचर और 32 मिसाइलें होती हैं।
भारत ने खरीदी 5 रेजीमेंट्स
भारत ने रूस से 5 रेजीमेंट्स का सौदा किया है, जिसका मतलब है:
- कुल मिसाइलें: 5 x 32 = 160 रेडी-टू-फायर मिसाइलें
- इसके अलावा भारत ने 1000 अतिरिक्त मिसाइलें भी खरीदी हैं, ताकि फायरिंग के बाद लांचर को फिर से लोड किया जा सके।

भारत की तैनाती रणनीति
भारत ने अपनी पांच रेजीमेंट्स को इस रणनीति के तहत तैनात करने की योजना बनाई है:
क्यों है S-400 खास?
भारत बनाम चीन: कौन ज्यादा ताकतवर?
भारत को मिला S-400 का लेटेस्ट वर्जन, जबकि चीन को पुराना वर्जन दिया गया है, जिसमें सिर्फ 300 किमी रेंज की मिसाइलें हैं। इसका कारण यह है कि:
भारत की चार-स्तरीय एयर डिफेंस योजना
भारत अब एयर डिफेंस को चार स्तरों में बांट चुका है:
अमेरिका की आपत्ति और भारत का मजबूत पक्ष
अमेरिका ने CAATSA (Countering America’s Adversaries Through Sanctions Act) के तहत रूस से S-400 खरीदने वाले देशों पर प्रतिबंध लगाए हैं। तुर्की और चीन इसका उदाहरण हैं। लेकिन भारत पर अब तक कोई प्रतिबंध नहीं लगा है, क्योंकि:
निष्कर्ष: भारत की रक्षात्मक रणनीति का स्तंभ
S-400 न केवल भारत की वायु सुरक्षा प्रणाली को मजबूती देता है बल्कि यह भारत को भविष्य के युद्धों में एक निर्णायक बढ़त भी प्रदान करता है। इसकी मारक क्षमता, रफ्तार, और आधुनिक तकनीक इसे विश्व की सबसे खतरनाक और भरोसेमंद एयर डिफेंस प्रणाली बनाती है।
भारत का S-400 रक्षा कवच — अब कोई खतरा नहीं बच सकता।
S-400 Defense System के बारे में अधिक जान ने के लिए ख़ान सर का यह वीडियो देखें :
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